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Silk Industry in India: The Story Behind the Sheen of the Indian Queen of Textiles
13 Dec 2021
| Ms Lata VishwanathIn this article, Lata Vishwanath discusses different aspects of silk production in India. The industry which has received funding from the convergence of various ministries has given sustainable livelihood to farmers, in particular to women of marginalized communities in the states of Jharkhand, Odisha, West Bengal, Chhattisgarh, Maharashtra, Andhra Pradesh, and Bihar by giving them jobs. She also says the Government of India has a special focus on the development of the silk industry in the Northeast States.
प्राकृतिक खेती: बढ़ती आमदनी और खुशहाल किसान
29 Oct 2021
| Mr Rohit Prasharउत्पादन और मूल्य प्राप्ति दोनों में अनिश्चितता की वजह से किसान उच्च लागत वाली कृषि के दुष्चक्र में फंस गया है। लगातार गिरता उत्पादन और बढ़ती बीमारियां कृषि क्षेत्र की जटिलताओं को और बढ़ा रही हैं। इस परिस्थिति से किसानों को निकालने और उनके दीर्घकालिक कल्याण के लिए प्राकृतिक खेती की तरफ रुख करने के सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं
पराली प्रदूषण - सटीक नीति से होगा हल
07 Oct 2021
- उपयुक्त कम पानी वाली फसलों को बढ़ावा देकर धान की अंधाधुंध खेती पर लगाम लगाई जा सकती है - धान की ऐसी प्रजातियों को प्रोत्साहित करें जो समय और पानी दोनों कम लेती हैं - ऐसी कंबाइन हार्वेस्टर मशीनें विकसित की जाएं जो धान निकालते वक्त पराली भी खेत से हटा लें तो पराली किसानों के लिए अतिरिक्त आय का साधन हो सकता है
अपशिष्ट जल किसानों के लिए बन सकता है संसाधन
08 Jul 2021
किसान उपलब्ध मीठे पानी के संसाधनों का अति उपयोग नहीं करना चाहते, वे भूजल का संरक्षण करना चाहते हैं। सीवेज का पानी आसानी से उपलब्ध है लेकिन बुनियादी ढांचे और उचित उपचार की कमी के कारण, आंशिक रूप से उपचारित नगरपालिका अपशिष्ट जल और अनुपचारित सीवेज ने समय के साथ मिट्टी की गुणवत्ता, दूषित भूजल और फसल की उपज को कम कर दिया है।
Farmers Shift to Climate-resilient Crop: With Rising Cyclones in Tamil Nadu
13 Jan 2021
| Ms Sharada BalasubramanianIn the recent past, the Bay of Bengal has witnessed frequent cyclones. In 2011, when Cyclone Thane struck the coasts of Cuddalore in Tamil Nadu, many farmers looked for a crop that could withstand climatic fluctuations. Sharada Balasubramanian says vetiver (Chrysopogon zizanioides)—a hardy grass—was found to be a suitable alternative to cashew and casuarina, which were often getting toppled by cyclone. Farmers found this not just climate-resilient, but also profitable from an income perspective.
The impact of stubble burning and poor air quality in India during the time of COVID-19
27 Jul 2020
| Ms Rita Pandey| | Ms Anuja MalhotraA holistic approach by government and farmers alike is needed to address the problem of burning crop stubble, which comes at a huge environmental and health cost
कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर: कोविड 19 महामारी में गरीबों को खाद्य सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ज़रूरी
24 Jul 2020
| Mr Gaurav Phoreविकासशील देशों में बड़े स्तर पर खाद्यान उत्पादन के बावजूद बहुत सारा खाद्यान सप्लाई चेन में ही नष्ट हो जाता है। इसका एक बड़ा कारण अच्छे कोल्ड चेन ढाँचे की कमी माना जाता है।
जलवायु परिवर्तन: भारत को खिलाने की समस्या, कृषि को कमाई का ज़रिया बनाना दिक्कत
03 Jul 2020
1960 के दशक से भारतीय कृषि में भारी वृद्धि हुई है। हमने भारत की खाद्य असुरक्षा को दूर किया है लेकिन साथ ही नई चुनौतियां सामने आई हैं। भारत की खाद्य समस्या ने एक नया रूप ले लिया है। जलवायु परिवर्तन से हुए असर ने पहले से मौजूद कड़ी चुनौतियों को और बड़ा बना दिया है। जलवायु परिवर्तन (सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, भारी बारिश) के प्रभाव में जोखिम प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है।
Impact of COVID-19 on gender gains towards SDG 5
27 May 2020
The pandemic and the ensuing lockdown has impacted the genders differently, causing a shift in the demand and supply of employment opportunities, particularly for women employed in casual and informal jobs, both in the urban and rural areas.
Plant root microbes that help reduce chemical fertilisers and boost agriculture production
07 May 2020
Mycorrhizae is a symbiotic relationship between plant roots and fungi. Mycorrhizae technology developed by TERI has shown 50% reduction in usage of chemical fertilisers in crops such as wheat and maize.