ग्रीन रिकवरी के लिए प्रकृति-आधारित समाधानों और हरित प्रौद्योगिकियों की क्षमता का आकलन करने की आवश्यकता: श्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री

December 10, 2021
GRIHA Event

10 दिसंबर, नई दिल्ली: GRIHA कॉउंसिल के वार्षिक फ्लैगशिप प्रोग्राम, GRIHA इवेंट 2021 में बोलते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन और श्रम और रोजगार मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने इस बात पर ज़ोर दिया कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण नीतियां भारत की विकास रणनीति के मुख्य आधार रही हैं।"

उन्होंने कहा, "प्रभावी स्थानीय संस्थान क्लाइमेट रेज़ीलियन्स और कम कार्बन विकास ( low-carbon growth) बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ग्रीन रिकवरी के लिए तकनीक और प्रकृति आधारित समाधानों की क्षमता का आकलन करने के लिए क्षेत्रों को गहराई से समझने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, "GRIHA वेरिएंट ने बाजार को बेहतर संसाधन दक्षता दी है।"

केंद्रीय मंत्री ने GRIHA एक्सेम्पलरी परफॉरमेंस अवार्ड्स प्रदान किए, और 4- और 5-स्टार रेटेड GRIHA परियोजनाओं को भी सम्मानित किया।

इवेंट 'रीस्टोरिंग ग्रीन इकोनॉमी' विषय पर था। यह एक ऐसा मंच था जहाँ पर पारंपरिक जीडीपी से परे जाने और इसे हरित विकास में मापने के लिए निर्णायक कदम उठाने के संवाद पर ज़ोर दिया गया।

डॉ. विभा धवन - महानिदेशक टेरी, और अध्यक्ष, गृह कॉउंसिल ने अपने स्वागत भाषण में इस बात पर ज़ोर दिया कि हरित अर्थव्यवस्था में योगदान करने के लिए भारत में भवन उद्योग को अपने डिजाइन और निर्माण सिद्धांतों को फिर से परिभाषित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, "अब एक साथ कई रणनीतियों को लागू करने का समय है, जिसमें कार्बन सिंक के रूप में काम करने के लिए वनीकरण, ऊर्जा की मांग में कमी और नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित करना शामिल है।"

भारत में रॉयल डेनिश दूतावास के राजदूत मिस्टर फ्रेडी स्वेन ने अपनी विशेष टिप्पणी में इस बात पर जोर दिया कि जलवायु कार्यों में तेजी लाने और व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, "डेनमार्क और भारत के बीच ग्रीन स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप है और यह पांच 'एस'- स्केल, स्कोप, स्किल्स, स्पीड और सस्टेनेबिलिटी पर आधारित है।

इस कार्यक्रम में बोलते हुए, भारत में रॉयल नॉर्वेजियन दूतावास के राजदूत, मिस्टर हंस जैकब फ्राइडेनलुंड ने विकासशील देशों को अक्षय ऊर्जा ट्रांजीशन में तेजी लाने के लिए आवश्यक वैश्विक प्रयासों को रेखांकित किया और साथ ही उन तरीकों को भी रेखांकित किया जिन्हें अपना कर नॉर्वे सर्कुलर इकॉनमी की तरफ बढ़ा।

GRIHA कॉउंसिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री संजय सेठ ने विस्तार से बताया कि कैसे GRIHA कॉउंसिल ने लॉकडाउन की चुनौतियों से निपटने के लिए नए प्रोटोकॉल विकसित किए। संगठन ने हितधारकों के लिए ऑनलाइन इंटरैक्टिव सत्र विकसित किए, उनकी रेटिंग प्रक्रिया को ऑनलाइन किया और महामारी के दौरान परियोजना पंजीकरण बढ़ाने में सफल रहे।

सिंपल वर्सेटाइल अफोर्डेबल GRIHA रेटिंग का एक नया संस्करण - SVAGRIHA V3, जो पर्यावरण और जलवायु पर छोटे विकास के प्रभावों का विश्लेषण करता है, साथ ही 'शाश्वत' पत्रिका के नवीनतम संस्करण और GRIHA उत्पाद कैटलॉग डैशबोर्ड को इस कार्यक्रम में लॉन्च किया गया था।

GRIHA काउंसिल और गोवर्धन इकोविलेज के बीच विभिन्न GRIHA वेरिएंट के तहत उनकी आगामी परियोजनाओं की रेटिंग के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

GRIHA Council के बारे में

ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट असेसमेंट (GRIHA) काउंसिल एक स्वायत्त, नॉट फॉर प्रॉफिट सोसाइटी है। जिसका उद्देश्य GRIHA रेटिंग के माध्यम से भारत में स्थायी भवनों और आवासों के विकास को बढ़ावा देना और प्रशासित करना है। GRIHA को भारत की अपनी ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग प्रणाली के रूप में स्वीकार किया गया है। यह उपकरण आवासों के माध्यम से उत्सर्जन की तीव्रता में कमी का मूल्यांकन करता है। GRIHA भारत में जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए शमन रणनीति का एक हिस्सा है।

टेरी के बारे में

द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट यानि टेरी एक स्वतंत्र, बहुआयामी संगठन है जो शोध, नीति, परामर्श और क्रियान्वयन में सक्षम है। संगठन ने लगभग बीते चार दशकों से भी अधिक समय से ऊर्जा, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में संवाद शुरू करने और ठोस कदम उठाने का कार्य किया है।

संस्थान के शोध और शोध-आधारित समाधानों से उद्योगों और समुदायों पर परिवर्तनकारी असर पड़ा है। संस्थान का मुख्यालय नई दिल्ली में है और गुरुग्राम, बेंगलुरु, गुवाहाटी, मुंबई, पणजी और नैनीताल में इसके स्थानीय केंद्र और परिसर हैं जिसमें वैज्ञानिकों, समाजशास्त्रियों, अर्थशास्त्रियों और इंजीनियरों की एक बहु अनुशासनात्मक टीम कार्यरत है।

अधिक जानकारी के लिए, संपर्क करें:
Sumit Bansal – sumit.bansal@teri.res.in
P Anima – animap@teri.res.in
Akash Deep – akashdeep@grihaindia.org
Apeksha Patil – apeksha.patil@grihaindia.org

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